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I Hate Luv Shayari

 

1. तुमसे नफ़रत का इज़हार

तुमसे नफ़रत है, फिर भी दिल में तुम्हारा ही नाम है,
कैसे कह दूं कि तुम्हारे बिना अब कोई भी काम है?

तुमसे बेज़ार हूँ, पर तुम्हारे बिना जीने की राह नहीं,
मुस्कान में छुपे आँसू, अब किसी से कहने की चाह नहीं।
तुमसे नफ़रत का इज़हार, जो दिल में छुपा था,
तुम हो दूर, फिर भी मेरी दुनिया वही थी, तुमसे जुड़ा था।

तुमसे नफ़रत है, फिर भी दिल में तुम्हारा ही नाम है,
कैसे कह दूं कि तुम्हारे बिना अब कोई भी काम है?


Translation:
I hate you, yet your name echoes within my heart,
How can I say, without you, nothing feels like it’s a start?

I’m tired of you, but without you, I don’t know how to live,
Hidden tears in my smile, with no desire to give.
I confess my hatred for you, hidden deep within,
You’re far, but my world is still tied to you, where do I begin?

I hate you, yet your name echoes within my heart,
How can I say, without you, nothing feels like it’s a start?


2. दिल की उलझन

इश्क़ ने हमें तोड़ दिया था, अब नफ़रत का दौर है,
जहाँ भी तुम्हें देखा, सिर्फ दुःख का असर है।

वो सन्नाटे में जहर सा दर्द था जो छुपा,
तुम्हारी यादों का साया मेरे साथ हर कदम बढ़ा।
अब तुमसे नफ़रत करने का मन करता है,
पर सच्चाई ये है कि तुमसे मोहब्बत करने का डर लगता है।

इश्क़ ने हमें तोड़ दिया था, अब नफ़रत का दौर है,
जहाँ भी तुम्हें देखा, सिर्फ दुःख का असर है।


Translation:
Love broke me, and now hatred fills my days,
Wherever I see you, only sorrow stays.

The silence held the poison of pain so deep,
Your memories shadow me, as I try to sleep.
I want to hate you, that’s what my heart says,
But the truth is, I fear loving you always.

Love broke me, and now hatred fills my days,
Wherever I see you, only sorrow stays.


3. छुपा हुआ दर्द

तुमसे नफ़रत कर रहा हूँ, पर दिल बयां नहीं कर सकता,
कितनी बार चाहा है, कि खुद को अब नहीं समझ सकता।

तुमसे दूर जाने की जिद में, अपने आपको खो दिया,
तुम्हारे बिना जीने की राह, खुद से ही मोड़ लिया।
मगर यह दिल अब भी तुम्हारी यादों में डूबा है,
तुमसे नफ़रत करते हुए भी, तुम्हारा ही ख्वाब रुका है।

तुमसे नफ़रत कर रहा हूँ, पर दिल बयां नहीं कर सकता,
कितनी बार चाहा है, कि खुद को अब नहीं समझ सकता।


Translation:
I hate you, but my heart can’t speak a word,
I’ve tried so many times, but now I feel unheard.

In the stubbornness to leave you, I lost my way,
The path to live without you, I had to sway.
But this heart still drowns in your memories,
Hating you, yet dreaming of you endlessly.

I hate you, but my heart can’t speak a word,
I’ve tried so many times, but now I feel unheard.


4. तुमसे दिल का ग़म

तुमसे नफ़रत करूँ, पर तुम हो इस दिल में,
इश्क़ की यादों के सहारे, ये दिल भी लहराए इस सिलसिले में।

तुमसे नफ़रत का हर शब्द, जैसे एक गहरी लकीर हो,
जो अब तक इस दिल की त्वचा में खुदी हुई तकलीफ हो।
तुमसे नफ़रत करना, अब मेरे दिल की रीत बन गई है,
लेकिन दिल को हमेशा तुम्हारे बिना जीने की उम्मीद नहीं मिल पाई है।

तुमसे नफ़रत करूँ, पर तुम हो इस दिल में,
इश्क़ की यादों के सहारे, ये दिल भी लहराए इस सिलसिले में।


Translation:
I hate you, but you live within this heart,
With memories of love, this heart sways, a part.

Every word of hatred towards you, like a deep scar,
Carved into my soul, reminding me from afar.
Hating you has become the rhythm of my heart,
Yet, I never find hope to live without you, torn apart.

I hate you, but you live within this heart,
With memories of love, this heart sways, a part.


5. ख़ामोशी का असर

तुमसे नफ़रत करूँ, पर इस दिल की खामोशी नहीं सहता,
तेरी यादें दिल के दर्द को अब सजा के बहता।

तुमसे दूर जाने की अब आदत सी हो गई है,
पर तुम्हारे बिना जीने की उम्मीद कभी खो नहीं गई है।
तुमसे नफ़रत करता हूँ, फिर भी तुम्हें चाहने की तलब है,
दिल में नफ़रत की आग हो, फिर भी तुम्हारा ही ख्वाब है।

तुमसे नफ़रत करूँ, पर इस दिल की खामोशी नहीं सहता,
तेरी यादें दिल के दर्द को अब सजा के बहता।


Translation:
I hate you, but I cannot bear this silence of my heart,
Your memories flow, painting pain from the start.

I’ve become used to being away from you,
Yet the hope of living without you never withdrew.
I hate you, yet I crave to love you still,
In my heart, hatred burns, but your dreams fulfill.

I hate you, but I cannot bear this silence of my heart,
Your memories flow, painting pain from the start.


6. दूरियों का असर

तुमसे नफ़रत करने का मक्सद कभी था नहीं,
पर तुझसे दूर रहकर दिल को तसल्ली मिली नहीं।

मुझसे दूर होकर, तूने अपनी राहें बदल ली,
मैंने भी अपने दर्द को अब और न सहा लिया।
तू जाने या न जाने, मेरी नफ़रत तुझसे बेइंतिहा है,
लेकिन ये दिल तुमसे दूर, फिर भी तुझे चाहता है।

तुमसे नफ़रत करने का मक्सद कभी था नहीं,
पर तुझसे दूर रहकर दिल को तसल्ली मिली नहीं।


Translation:
I never meant to hate you, that was never the aim,
But living apart from you, my heart never felt the same.

By going far away, you chose your path anew,
I couldn’t bear the pain, but it only grew.
Whether you know or not, my hatred is endless for you,
Yet this heart, even from afar, still wants you true.

I never meant to hate you, that was never the aim,
But living apart from you, my heart never felt the same.


7. दिल की उलझनें

तुमसे नफ़रत करूँ, पर इस दिल की उलझन को समझा नहीं सकता,
हर पल तुम्हारी यादें मुझे फिर से सजा नहीं सकती।

दूर होकर भी, तुमने मेरी जिंदगी में अपनी जज़्बात छोड़े,
वो दर्द भी अब तक दिल में अनकहे सवालों को जोड़ें।
तुमसे नफ़रत करने की कोशिश करता हूँ मैं,
लेकिन दिल कहता है, तुमसे दूर रहूँ या फिर तू पास रहे।

तुमसे नफ़रत करूँ, पर इस दिल की उलझन को समझा नहीं सकता,
हर पल तुम्हारी यादें मुझे फिर से सजा नहीं सकती।


Translation:
I hate you, but I can’t understand the confusion in my heart,
Every moment, your memories again tear me apart.

Even from afar, you’ve left emotions in my life,
That pain still ties my heart to questions, rife.
I try to hate you, that’s what my mind believes,
But the heart says, should I stay away, or let you remain in the weave?

I hate you, but I can’t understand the confusion in my heart,
Every moment, your memories again tear me apart.


These "I Hate You" Shayari reflect the deep emotional turmoil between love and hate. The inner conflict of desiring to hate yet still being haunted by love creates a poignant and powerful narrative.

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